Description
॥ श्रीश्रीगुरु गोराङ्गो जयतः ॥ (पारमार्थिक उपन्यास) प्रेम-प्रदीप सच्चिदानन्द श्रील भक्तिविनोद ठाकुर विरचित श्रीगौड़ीय वेदान्त समिति एवं तदन्तर्गत भारतव्यापी श्रीगौड़ीय मठोंके प्रतिष्ठाता, श्रीकृष्णचैतन्याम्नाय दशमाधस्तनवर श्रीगोडीयाचार्य केशरी नित्यलीलाप्रविष्ट ॐ विष्णुपाद अष्टोत्तरशतश्री श्रीमद्भक्तिप्रज्ञान केशव गोस्वामी महाराजके अनुगृहीत त्रिदण्डिस्वामी श्रीमद्भक्तिवेदान्त नारायण गोस्वामी महाराजके
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